
Kuchh Hindi Kuch Bundeli Gazale
जिस   में अपना शà¥à¤°à¤® लगता है।
फिर  वह मारà¥à¤— सà¥à¤—म लगता है।
इस  दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾  में, अपना  हिसà¥à¤¸à¤¾,
सब को  सब से कम लगता है।
इतना  पà¥à¤¯à¤¾à¤°, करो मत  मà¥à¤  से,
जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾  पà¥à¤¯à¤¾à¤°  सितम  लगता है।
सब कहते  हैं, शोला  तà¥à¤  को,
मà¥à¤  को तू  शबनम  लगता है।
देख  "पà¥à¤°à¥‡à¤®"  दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾  की   पीड़ा,
अपना ही  गम, कम लगता है।
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Product Details
- Format: Paperback, Ebook
- Book Size:5 x 8
- Total Pages:121 pages
- Language:Hindi, Bundeli
- ISBN:978-93-88256-92-6
- Publication Date:September 2 ,2020
Product Description
जिस   में अपना शà¥à¤°à¤® लगता है।
फिर  वह मारà¥à¤— सà¥à¤—म लगता है।
इस  दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾  में, अपना  हिसà¥à¤¸à¤¾,
सब को  सब से कम लगता है।
इतना  पà¥à¤¯à¤¾à¤°, करो मत  मà¥à¤  से,
जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾  पà¥à¤¯à¤¾à¤°  सितम  लगता है।
सब कहते  हैं, शोला  तà¥à¤  को,
मà¥à¤  को तू  शबनम  लगता है।
देख  "पà¥à¤°à¥‡à¤®"  दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾  की   पीड़ा,
अपना ही  गम, कम लगता है।
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